वीडियो जानकारी:
प्रसंग:
न्यूनतम को याद रखिये।
जिसने उसको याद रख लिया,जो छोटे से छोटा है, उसने सब याद रख लिया।
बुल्ले शाह केहते है, एक अलफ पढो, और छुटकारा है।
कोई इतनी सी बात याद रख सकते हो ? छोटी सी छोटी, 'अ'बराबर। एक पूरा वक़्य भी ना हो, एक शब्द? आधा शब्द? ढाई आखर?
बस कुछ ऐसा हो,जिसकी स्मृति आते ही,मन का पूरा माहौल बदल जाये।वो याद हो बस। वो भीतर गुनगुनाता रहे, गूंजता रहे।
एक ज़रा सा जैसे ज्योतिर्पूंज हो, वो भीतर टिमटिमाता रहे।
संगीत: मिलिंद दाते